धीरे-धीरे उसे कठपुतली बनाया गया, वो जंगल का शेर था, उसे सर्कस के काबिल बनाया गया, बंदर हो ,भालू हो, चाहे हो मछली, पेड़ पे
Life,Poetry, Philosophy, Joy and Peace..🌺
धीरे-धीरे उसे कठपुतली बनाया गया, वो जंगल का शेर था, उसे सर्कस के काबिल बनाया गया, बंदर हो ,भालू हो, चाहे हो मछली, पेड़ पे