अक्सर वो जल्दी छोड़ जाते हैं जिनकी जरूरत ज्यादा होती है। बहुत से लोगो ने अलग – अलग क्षेत्रों में बहुत ही कम उम्र में
Thought of the moment – 6
सबकुछ नही बोला जा सकता,ना ही लिखा जा सकता है… वही जो आप बोल और लिख नही पाते वही खोज है…प्रेम,ईश्वर,आत्मा,लक्ष्य जो कहना कह लो
Thought of the moment – 5
मैं कभी इतना बड़ा नही बनना चाहूंगा कि मेरे समर्थक एक और नया धर्म बना ले, पंथ बना ले.. ये जितने धर्म ,पंथ आपको दिखते
एक सौ एक रुपये का दहेज…
मेरे लाख मना करने पर भी,एक सौ एक रुपये का दहेज,देकर प्रथा का मान रखा गया….समय के साथ प्रथाएं,रीतियां,नियम ,कानून,बदलते रहना चाहिए,कोई नियम या कोई
पर्ची..
सुनों!आज ये पर्ची मिली ,किताब के पन्नों के बीच पड़ी हुई थी,कोई चार पांच साल पुरानी होगी,जब से तुम गयी हो,पर्चियां बनाना बंद कर दिया
पक्का वादा…
तुम आती हो,चली जाती हो,इस बार तुम्हें लिख दूंगा मैं…सुना है लिख देने से वादा पक्का हो जाता है…
इंसान जो हो..
कैसे खुश होंगे तुम,इंसान जो हो..तुम्हे तो आदत है ना,जो नही है वो मांगने की,जो है उसमें तुम कब खुश हुए,जो मिलता है वो तुम्हे
Thought of the moment – 4
“Learning is life long process ,you will learn any how and you have to… Utilize this time to unlearn”
वीर रस कब गाओगे तुम…
वीर रस कब गाओगे तुम,
कब तक इश्क़ लड़ाओगे तुम,
दुश्मन देश के अंदर भी हैं,
कैसे देश बचाओगे तुम,
वीर रस कब गाओगे तुम..
सुप्रभात💐
ये महान लोगो ने जितना मानवता को तोड़ा है, उतना आम लोग कभी नही तोड़ सकते… अपने दिल की सुने… सुप्रभातम💐
मुरादाबाद / Moradabad
उनकी नैया कौन उबारे,जो माझी को पत्थर मारे,माझी किंकर्तव्यविमूढ़,बचा रह दोषी को ढूँढ।।
Thought of the moment – 3
मुबंई,अहमदाबाद, सूरत एयर हैदराबाद में लोगो की भीड़ अपने घरों को जाने के लिए अपने जान से खेल रही है। आलम ये है कि घर

मंजिल की नाराजगी…
तुम चलना भी नहीं चाहते
और कहीं पहुंचना भी चाहते हो…
पड़ाव..
जाना तो है कही,
पहुच भी जायेंगे,
पर क्या पता,
वो मंजिल होगी,
या फिर वही….
कैंडल लाइट खिचड़ी…
मैं मॉल के गेट पे खड़ी रो रही थी,40 किलोमीटर दूर से आती थी मैं वहां काम करने।रात हो चुकी थी ,भयंकर आंधी तूफान बंद होने का नाम ही नही ले रहा था।

छोटी कहानी / Short Story
चारों तरफ भयानक अंधेरा,पता नही कौन सी जगह है ये और बीच मे एक कही ये गुफा है मैं इसमे कब कैसे आ गया कुछ पता नही।

प्रेम कहानी / Love Story
यार प्लान तो था ,
की गंगा के किनारे ,
मिलूंगा तुम्हे,
वही से कहानी ,
शुरू होनी थी,
घाट घुमाता,
चाट खिलाता,
ओ पार बैठते,
कविता सुनाता…
फिर प्यार मोहब्बत
वगैरा-वगैरा…

दोस्त हो तुम मेरी …
दोस्त हो तुम मेरी ,
परम्पराओ, व्यवस्थाओं और समाज ने,
तुम्हे मेरी पत्नी बना दिया….
पर सच कहूं?
पति पत्नी के रिश्तों की SOP
मुझे समझ नहीं आती…..
Thought of the moment -2
कुछ लोग अभी भी सोच रहे है,तय नही कर पाए कि खाली समय का कैसे सदुपयोग करे।एक सज्जन से फ़ोन पे बात हो रही थी
Thought of the moment – 1
जन्म और मृत्यु के बीच का समय ये जो जीवन है, इसे हम सबको अपनी – अपनी तरह से बिता सकते है । हमे अधिकार