समझो दिल की नाकामी को, मिले नही तुम, अब क्या रोना.. जब सब अपने हाथों में था, हुआ नही कुछ, अब क्या होना..
Category: तन्हाई

फिर कहते हो तन्हाई है…
ये रातों का जगना तेरा, ये तेरी बेपरवाही, ये घंटो तक सोशल मीडिया, पे टहलना तेरा, कर देती है तुझको #तन्हा, ये आस पास से,