प्रेम करना और बोलना,
जरूरी है क्या,
जब लोगो ने #प्रेम को,
बोलना शुरू किया,
प्रेम फीका होता चला गया,
वो क्या #प्रेम ,
जिसे जताना पड़े,
करता हूँ मैं तुमसे ,
बताना पड़े,
प्रेम तो बस चेहरे पे,
आंखों में , मुसकुराहट में,
व्यवहार में दिख ही जाता हैं..
प्रेम को दर्शाने की जरूरत नही पड़ती…
हमको पता होता है कि,
कौन हमसे #प्रेम करता है,
एक एहसास के सिवा,
और क्या है #प्रेम

Wow…
LikeLiked by 1 person
आभार पद्मा जी
LikeLike
आभार अनिता जी 💐
LikeLike
सच कहा है 👌🏼👌🏼👌🏼
LikeLiked by 1 person
सच ही कहा, प्रेम एक एहसास ही तो है 👌👌
LikeLiked by 1 person
आभार💐
LikeLike
प्रेम गहना है
हृदय का,
प्रेम भजन है
आधारों का,
प्रेम स्मृति चिन्ह है
एहसासों का,
प्रेम पूर्णता है
एक अस्तित्व का।।
आपकी रचना बहुत बेहतरीन है…👌
LikeLiked by 1 person
आपकी भी , आभार💐
LikeLike