पहले मैं सुन लेता था आंखों को,
अब आंखों ने बातें करना छोड़ दिया…
लड़ती थी, शरमाती थी झुक जाती थी,
अब आंखों ने झुकना लजाना छोड़ दिया।

Life,Poetry, Philosophy, Joy and Peace..🌺
पहले मैं सुन लेता था आंखों को,
अब आंखों ने बातें करना छोड़ दिया…
लड़ती थी, शरमाती थी झुक जाती थी,
अब आंखों ने झुकना लजाना छोड़ दिया।
बेहतरीन 👌🏼👌🏼👌🏼🙃
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आभार !
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🙏
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