जिंदगी ऐसी भी होती है,
वैसी भी होती है,
जितनें लोग
जितनें पल
जितनी जगहें,
जितनी सोच,
जितना नज़रिया
जितने सपनें,
जितनी सफलता,
जितनी हार,
जितनी नफरतें,
जितना प्यार,
जितनी गरीबी
जितना अत्याचार,
जितनी अव्यवस्था,
जितनी सरकार,
ये जितने , जितने है
जिंदगी उस हर
जगह है….
उतने रंग है जिंदगी के….
सब जी लो,
बिना शिकवा
बिना शिकायत..
