समझो दिल की नाकामी को,
मिले नही तुम,
अब क्या रोना..
जब सब अपने हाथों में था,
हुआ नही कुछ,
अब क्या होना..

Life,Poetry, Philosophy, Joy and Peace..🌺
समझो दिल की नाकामी को,
मिले नही तुम,
अब क्या रोना..
जब सब अपने हाथों में था,
हुआ नही कुछ,
अब क्या होना..